Jaigarh Fort का इतिहास जयगढ़ फोर्ट प्रवेश शुल्क और देखने का समय
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Jaigarh Fort
Jaigarh Fort का निर्माण सवाई जयसिंह -2 ने करवाया था इस किले को बनाने में विभिन्न शासकों का योगदान रहा वास्तव में इस किले का निर्माण 11वीं शताब्दी से शुरू करके 18वीं सावधि के मध्य तक चलता रहा जयगढ़ किला जयपुर से 10 किलोमीटर दूर अरावली पहाड़ी पर चील के टीले पर बना हुआ है
यहां से जयपुर शहर का मनोरम दृश्य दिखाई देता है इस किले के अंदर लक्ष्मी विलास ललित मंदिर और आराम मंदिर बने हुए हैं यह एक बहुत ही बड़ा किला है जिसको आमेर महल और जयपुर की सुरक्षा के लिए बनाया गया था इस किले को विजयदुर्ग भी कहते हैं
जयबाण तोप
यह तोप दुनिया की सबसे बड़ी तोप है यह तोप जयगढ़ फोर्ट पर सबसे ऊंचाई पर लगाई गई है इस तोप को चार पहियों की एक गाड़ी पर रखा गया है जिसके आगे के पहियों का साइज 9 फिट का है और पीछे के दोनों पहियों का साइज साड़ी 4 और हाफ फिट का है इस तोप की नली 24 फीट लंबे शाफ़्ट पर रखी गई है शाफ़्ट की नली 20 फीट लंबी है और इसका वजन 50 टन है
इस तोप की नली को लंबे स्क्रू से ऊपर नीचे किया जा सकता है इस तोप के गोले का वजन 50 किलो का होता है और इसको चलाने के लिए 100 किलो का बारूद डाला जाता है कहते हैं कि पहली बार जब इस तोप को चलाया गया था तो इसके शॉकवेव से इसको चलाने वाले की वहीं पर मृत्यु हो गई थी
इसके पास ही पानी का टैंक रखा जाता है जो इसको चलाने वाले को शॉकवेव से बचाता है इस तोप की खास बात है है की इसको सभी दिशाओं में घुमाया जा सकता है और इस तोप का निर्माण जयगढ़ फाउंड्री में ही हुआ था कहते हैं कि जब पहली बार इस तोप को चलाया गया था तो इसका गोला 40 किलोमीटर दूर एक चाकसू में गिरा था इसके गिरने की वजह से वहां पर एक छोटा सा तालाब बन गया था और जयपुर के काफी मकान भी क्षतिग्रस्त हो गए थे
Jaigarh Fort संग्रहालय
Jaigarh Fort के अंदर सभी सुविधाएं उपलब्ध हैं इसमें महल के अलावा समायोजित करने के लिए भी काफी बड़ा दरबार बना हुआ है इस किले में दो संग्रहालय भी हैं जिस पर प्राचीन काल के सभी हथियार रखे हुए हैं इन हथियारों में प्रमुख रूप से बंदूकें और तलवारे हैं
दूसरे संग्रहालय में जयगढ़ किले की पूरी जानकारी दी गई है यहां पर सभी प्रमुख लोगों की तस्वीर लगी हुई है जो इस जगह से जुड़े हुए थे क्योंकि यह एक सेन्य किला था इसलिए इस किले को भारतीय सेना इस्तेमाल करती थी 1981 में इस किले को आम जनता के लिए खोल दिया गया था
जयगढ़ फोर्ट का निर्माण
इस किले के अंदर खजाने का भी जिक्र किया जाता है जिसको राजस्थान सरकार ने 1971 में जबत कर लिया था उसके बाद से इस खजाने की कोई जानकारी नहीं है यह किला अपने हथियार कारखाने के लिए भी बहुत फेमस है इस कारखाने तलवार और दूसरा हथियार बनाने का काम किया जाता था इसी कारखाने में जयबाण तोप का निर्माण किया गया था इस कारखाने में धातु भलाई का विशेष काम होता है यह किला अपने वास्तुकला सुरक्षा तंत्र जल संरक्षण और ढाई की तकनीकों व वास्तु विज्ञान के लिए काफी प्रसिद्ध है
यह किला लगभग 1 किलोमीटर चौड़ा और 3 किलोमीटर लंबा है यह किला आमेर महल से एक फोन के द्वारा जुड़ा हुआ है यह किला आज भी एक विजयदुर्ग की तरह खड़ा हुआ है जो बहुत ही खूबसूरत है इस किले को देखना एक बहुत ही यादगार अनुभव है
Jaigadh Vlog
Timing – 9.00 am to 5.30 pm
Ticket – Adult 100 Rs
Jal Mahal in Jaipur review and timing
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