Harshat Mata Temple

हर्षत माता मंदिर आभानेरी गाँव Harshat Mata Temple abhaneri

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हर्षत माता मंदिर का इतिहास

हर्षत माता मंदिर के मंदिर को चाँद बावड़ी के  समय में ही बनाय था  इस मंदिर की निर्माण आभानेरी के राजा ने किया था  यह मंदिर वास्तुकला का यह अनूठा रूप है भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के अनुसार ये मंदिर 7 वीं शताब्दी से बना गया था ।

Harshat Mata Temple

 ऐसा लगता है की ये बड़ा मंदिर था जिसे इस्लामिक सासको  ने नष्ट कर दिया और लगभग १००० साल बाद मुख्या मंदिर ही यहाँ पर बचा है।  इस मंदिर के उत्खनित पत्थरों को अब भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण द्वारा चाँद बावड़ी के गलियारे में रखा गया है। चांद बाउरी पश्चिमी भारत में वास्तुकला गतिविधि के वर्तमान का एक महत्वपूर्ण हिस्सा निभाता है।

Harshat Mata Temple वास्तुकला

Harshat Mata Temple

यह मंदिर एक छोटा मदिर है जो एक बड़े मंच पर बना हुआ है इस मंच पर पहुँचने की लिए कुछ सीड़ियाँ चढ़नी पड़ती हैं। इस मंदिर के चारो तरफ मंदिर की टूटी हुई दीवारे और मुर्तिया रखी हुई

इस मंदिर की भितयों पर सुरुयामुखी पुष्प की नाकशी की गयी है  ये मंदिर यहाँ के प्रशिद मंदिरो में से एक है और इसकी बहुत ही मान्यता है भक्त गण यहाँ पर पूजा अर्चना करते हुए दिखाई देते है मंदिर के पुजारी से बात करने पर पता चला कि दशहरा से 10 दिन पहले, जब नवरात्रि पर पूजा अर्चना शुरू होती है, तो यहां 3 दिनों के लिए आभानेरी मेला आयोजित किया जाता है। पुजारी ने हमें यह भी बताया कि अप्रैल के महीने में एक मेला भी लगता है।

harshat mata temple

इस मंदिर के अस्स पास का वातबरण भी बहुत सुन्दर है ये मंदिर पर्यटकों को अपनी और आकर्षित करता है यदि आप आभानेरी में आया है तो इस मंदिर की जरूर देखें

हर्षत माता मंदिर समय Harshat Mata Temple Timing

Timing – the opening timing 6:00 am to 6:00 pm all day

हर्षत माता मंदिर एंट्री फीस Harshat Mata Temple entry fees

No entry fees for this religious place.

हर्षत माता मंदिर फोटो गैलरी Harshat Mata Temple Photo Gallery

Abhanei Vlog

Navigation – Get Direction

कुछ पूछे जाने वाले प्रश्न – Frequently Asked question

हर्षत माता का मंदिर कहां है

हर्षत माता का मंदिर राजस्थान के दौसा जिले में आभानेरी गांव में है यहां पर प्रशिद चांद बावड़ी अपनी अनूठी स्थापत्य शैली में निर्माण के लिए जानी जाती है। इसके पास ही हर्षत माता का प्राचीन मंदिर है

आभानेरी का इतिहास

ऐसा मन जाता है की गुप्त युग के पश्चात तथा आरंभिक मध्यकालीन समय से आभानेरी एक प्राचीन गांव है।यही पर पास में ९थ शताब्दी के आस पास चाँद बावड़ी की निर्माण हुआ था

आभानेरी क्यों प्रसिद्ध है?

आभानेरी जयपुर-आगरा मार्ग पर स्थित है ये एक छोटा सा कस्बा है। यह जगह चाँद बावड़ी और हर्षत माता के मंदिर के लिए प्रसिद्ध है

प्रसिद्ध चांद बावड़ी किस जिले में स्थित है

चांद बावड़ी बावड़ी राजस्थान में दौसा जिले के बांदीकुई के पास आभानेरी गांव में स्थित है

विश्व की सबसे गहरी बावड़ी कौन सी है?

ऐसा माना जाता है की चाँद बावड़ी सबसे गहरी बावड़ी है चांद बावड़ी बावड़ी 30 मीटर गहरी है या यह बावड़ी 13 मंजिला इमारत की गहराई के बराबर है

चांद बावड़ी का निर्माण कब हुआ?

इसका निर्माण निकुंभ राजवंश के राजा चंद्र ने किया था जो आठवीं और नोवी शताब्दी में आभानेरी पर शासन करता था

हर्षत माता मंदिर के पास फेमस टूरिस्ट स्थान

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